“उत्तराखण्ड शासन” के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संचालित “देवभूमि उद्यमिता योजना” के अन्तर्गत 12 दिवसीय कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ।
उद्यमी सोच रखने वाले 18 से 45 वर्ष के युवाओं को अपने उद्यमों को स्थापित करने के उद्देश्य से उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) संचालित किया जा रहा है।

महाविद्यालय पुरोला में समस्त छात्र-छात्राओं / स्थानीय युवाओं/ मुक्त विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं अन्य संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए उत्तराखण्ड शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संचालित देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए के तिवारी, अभिभावक शिक्षक संगठन के अध्यक्ष दशरथ पंवार, क्षेत्र के उद्यमी राजपाल रावत, कार्यक्रम नोडल/ संयोजक डॉ विनय नौटियाल, छात्र संघ अध्यक्ष अजय कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
उद्यमी सोच रखने वाले 18 से 45 वर्ष के युवाओं को अपने उद्यमों को स्थापित करने के उद्देश्य से उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) संचालित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के उद्घाटन पर प्राचार्य महोदय द्वारा कार्यक्रम को उपयोगी बताते हुए सभी से ज्यादा से ज्यादा प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया।
पी टी ए अध्यक्ष ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए अपने स्तर से सभी संभावित मदद का भरोषा दिया। उद्यमी राजपाल रावत द्वारा बताया गया कि उद्यम स्थापित करने के लिए क्षेत्र के संसाधनों का ज्ञान होना आवश्यक है।
कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ विनय नौटियाल द्वारा बारह दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम की रूप-रेखा और देवभूमि में संसाधनों के सतत उपयोग के साथ ही साथ उद्यम स्थापित करने पर विचार व्यक्त किए गए। छात्र संघ अध्यक्ष अजय ने छात्रों को ऐसे उपयोगी कार्यक्रमों में अधिक से अधिक प्रतिभाग करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम में डॉ तबस्सुम ने उद्यमिता क्यों आवश्यक है, पर अपने विचार रखे गए। डॉ गौहर फातिमा द्वारा प्रतिभागियों को वर्तमान में स्वरोजगार की उपयोगिता पर व्याख्यान दिया गया।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा अपने विचार साझा किए गए, जिन पर आने वाले दिनों में विशेषज्ञों द्वारा विमर्श किया जाएगा।
कार्यक्रम में डॉ गणेश रतूड़ी, डॉ विशम्बर जोशी, के डी रतूड़ी, दीपक सिंह, भूपाल कार्की, बबिता भट्ट, राजीव नौटियाल, नरेश शाह, वंदना, सभी महाविद्यालय कर्मचारी और 45 प्रतिभागी उपस्थित रहे।