
उत्तरकाशी जनपद के नौगांव विकासखंड का दुरस्त गांव दुर्बिल के लोग “प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना” के अंतर्गत कार्यदायी संस्था “वरिष्ठ आवासीय अभियंता ब्रिडकुल” के ठेकेदार व विभाग की लापरवाही की मार झेल रहे ग्रामीण।
वर्ष 2022 से पहले, जिस पैदल रास्ते के सहारे गांव के ग्रामीण आवा-जाही कर रहे थे आज उसी रास्ते पर ग्रामीण व स्कूली बच्चे जान हथेली पर रखकर चलने को मजबूर हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि जैसे-तैसे तो वर्षों बाद हमारा गांव सड़क से जुड़ा है, लेकिन सड़क निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार द्वारा विभाग की अनदेखी के चलते नियमों को ताक पर रख कर बिना डम्पिंग जोन का प्रयोग कर सड़क का मलवा और बड़े-बड़े बोल्डर सीधे यमुना नदी में डाले गये। जिस वजह से ग्रामीणों का पैदल मार्ग और एक गौशाला क्षतिग्रस्त हो गया।
जिसके बाद ग्रामीणों के विरोध पर विभाग व ठेकेदार ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया की ग्रामीणों के रास्ते व गौशाला को विभागीय ठेकेदार के द्वारा कार्य पूर्ण होने पर ठीक कर दिया जायेगा। लेकिन सड़क का कार्य वर्ष 2022 में पूर्ण हो गया लेकिन आज तक वह रास्ता विभाग व ठेकेदार द्वारा नहीं बनाया गया। जिस वजह से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं।
ग्रामीण बताते हैं की गांव को जोड़ने वाली सड़क पर एक पुल का निर्माण होना था जो अभी तक अधर में लटका पड़ा है। ग्रामीण जयवीर सिंह पंवार, बुद्धि सिंह, जयरिया लाल, चन्दर सिंह राणा, सोबत सिंह, अमर सिंह, धर्मेश कुमार, केदार सिंह, तारा सिंह, विपिन सिंह, जगमोहन, सरजीत लाल आदि बताते हैं की यदि हमारे गांव को जोड़ने वाले रास्ते को विभाग द्वारा जल्द ठीक नहीं किया गया तो, हमें मजबूरन पूरे गांव को विभाग के विरोध में जुलूस लेकर सड़कों पर उतरना होगा।
वहीं विभाग के “अधिशासी अभियन्ता” आशीष चौधरी का कहना है की उक्त सड़क पर डम्पिंग जॉन तो बने हैं लेकिन कटिंग के दौरान थोड़ा-बहुत मलवा बाहर जाता ही है जिस वजह से गांव का पुराना रास्ता क्षतिग्रस्त हुआ है जिस संबंध में विभाग द्वारा संबंधित ठेकेदार से सम्पर्क कर सोमवार को बुलाया गया है और जल्द रास्ते को सूचारु कर दिया जायेगा। साथ ही पुल निर्माण में स्पान की कमी होने की वजह से URRDA चीफ आर.पी. सिंह के द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर पुनः प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन भेजना है, और स्वीकृति मिलते ही पुल निर्माण जल्द शुरू कर दिया जाएगा।