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पांच दिवसीय “व्यावहारिक कौशल विकास प्रशिक्षण” कार्यक्रम में पुरोला महाविद्यालय की तीन छात्राओं ने किया प्रतिभाग।

“बर्फिया लाल जुवांठा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय” पुरोला उत्तरकाशी के एम एस- सी वनस्पति विज्ञान की तीन छात्राओं (जागृति रतूड़ी, शर्मिला और पायल) द्वारा “उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र” (युकर्स), देहरादून के सहयोग से “सीएसआईआर- आईएमटेक” चंडीगढ़ में आण्विक जीवविज्ञान के बुनियादी सिद्धांतों पर 5 दिवसीय व्यावहारिक कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम (27 मई से 31 मई 2024 तक) में प्रतिभाग किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य से 15 प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया गया था।

 

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) के वित्तीय सहयोग एवं सीएसआईआर-आईएमटेक, चंडीगढ़ के तकनीकी विशेषज्ञता से संचालित किया गया है। इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में “मौलिकुलर बायोलॉजी” की तकनीकियों का विज्ञान शिक्षण और शोध में उपयोगिता के आधार पर प्रयोगात्मक रूप से प्रशिक्षण प्रदान किया गया। विशेष रूप से “जैनेटिक मार्कर्स” जैसे डी एन ए और प्रोटीन के एक्स्ट्रैक्शन, एस्टीमेशन और सेपरेशन के लिए उपयोगी उपकरणों की मदद से प्रयोगशाला में प्रायोगिक रूप से प्रदर्शित किया गया।

प्रतिभागियों द्वारा सेंट्रीफ्यूज, पी सी आर, इलेक्ट्रॉफोरेसिस और स्पेक्ट्रॉफोटोमीटर जैसे उपयोगी उपकरणों को प्रयोग करने का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया गया। उपरोक्त प्रशिक्षण का हिस्सा बनने पर छात्राओं द्वारा प्रशिक्षण को बहुत उपयोगी बताया गया और खुशी जाहिर की गयी।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए के तिवारी और युसर्क समन्वयक डॉ विनय नौटियाल के साथ ही साथ सम्पूर्ण महाविद्यालय परिवार द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की गयी और युसर्क निदेशक डॉ अनिता रावत और वैज्ञानिक डॉ ओ पी नौटियाल और डॉ राणा का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

छात्राओं ने इस अवसर मे प्रतिभाग करने पर प्राचार्य डॉ. ए के तिवारी और युसर्क समन्वयक डॉ विनय नौटियाल का आभार व्यक्त करते हुए बताया की हमने बहुत सी नई चीजें सीखी हैं. यह हमारे जीवन का एक अद्भुत अनुभव था।

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