
सिलक्यारा सुरंग हादसे में राहत-बचाव अभियान को कामयाबी के साथ यथाशीघ्र अंजाम तक पहुंचाने के लिए विशेषज्ञों के तकनीकी परामर्श और दक्षता पर तत्परता से राहत-बचाव कार्य में रेल विकास निगम , राईट्स तथा एलएंडटी के विशेषज्ञ भी मौके पर अभियान में शामिल हैं।
सुरंग के अंदर जमा मलवे में बड़े व्यास के पाइप डालकर वहां फँसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के दूसरे विकल्प पर कार्य शुरू हो गया है। जिसके लिए देहरादून से होगर मशीन और लगभग ढाई फीट व्यास के पाइप घटना स्थल पर पहुँच चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा घटना स्थल पर 6 बेड का अस्थाई अस्पताल स्थापित करने के साथ ही मौके पर चौबीसों घंटे मेडिकल टीमों सहित 10 एम्बुलेंस को 13 नवंबर को ही तैनात कर दिया गया है।
सिलक्यारा सुरंग के भू धंसाव से अवरुद्ध हिस्से में बड़े व्यास के एमएस पाइप डालकर फंसे मजदूरों को निकालने के लिए क्षैतिज ड्रिलिंग हेतु ऑगर मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है।
*सिल्क्यारा बचाव अद्यतन*
1- 900 मिमी व्यास के पाइप। साइट पर पहुंचे.
2- ऑगर ड्रिलिंग मशीन साइट पर पहुंच गई है.
3- ऑगर मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार कर लिया गया है.
4- ऑगर ड्रिलिंग मशीन की स्थापना का कार्य प्रगति पर है।