गर्व का क्षण: 3 UK BN NCC Uttarkashi के चार एनसीसी कैडेट्स बने आरडीसी 2025 का हिस्सा।

उत्तरकाशी के चार एनसीसी कैडेट्स ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का मान बढ़ाते हुए गणतंत्र दिवस परेड 2025 (RDC) के लिए चयनित होकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इन कैडेट्स में सार्जेंट अदित्य चौहान (जवाहर नवोदय विद्यालय, उत्तरकाशी), कैडेट भूदेव नौटियाल (राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उत्तरकाशी), सीनियर अंडर ऑफिसर अमित कोरंगा और अंडर ऑफिसर अंजलि उनियाल (राजकीय डिग्री कॉलेज, बड़कोट) शामिल हैं।
चारों कैडेट्स ने कठिन चयन प्रक्रिया और महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद इस प्रतिष्ठित परेड में स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत समर्पण और मेहनत का प्रमाण है, बल्कि उत्तराखंड के एनसीसी निदेशालय की उत्कृष्टता को भी दर्शाती है।
आरडीसी 2025 के बारे में: गणतंत्र दिवस परेड (RDC) एनसीसी का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कार्यक्रम है, जिसमें देशभर के चयनित कैडेट्स भाग लेते हैं। यह कार्यक्रम हर साल 26 जनवरी को कर्तव्य पथ (पूर्व में राजपथ) पर आयोजित किया जाता है। परेड में कैडेट्स का प्रदर्शन उनकी शारीरिक फिटनेस, अनुशासन, और नेतृत्व क्षमता का परिचायक होता है।
इस आयोजन में कैडेट्स को राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, और अन्य राष्ट्रीय महत्व के स्थानों का दौरा करने का अवसर मिलता है। इसके अलावा, वे विभिन्न प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। आरडीसी में शामिल होना हर एनसीसी कैडेट का सपना होता है, जिसे अदित्य चौहान, भूदेव नौटियाल, अमित कोरंगा, और अंजलि उनियाल ने साकार किया है।
कैडेट्स की उपलब्धि: सार्जेंट अदित्य चौहान, कैडेट भूदेव नौटियाल, सीनियर अंडर ऑफिसर अमित कोरंगा और अंडर ऑफिसर अंजलि उनियाल ने उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है। उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
पी सी मिश्रा जी ने दी शुभकामना और बधाई संदेश: इन चारों होनहार कैडेट्स को इस बड़ी सफलता के लिए ढेरों बधाई। उनके प्रशिक्षकों, अभिभावकों, और साथियों ने इस ऐतिहासिक अवसर पर गर्व और खुशी व्यक्त की है। “आपकी मेहनत और समर्पण से उत्तराखंड का नाम राष्ट्रीय मंच पर गौरवान्वित हुआ है। आरडीसी 2025 में आपके उत्कृष्ट प्रदर्शन की शुभकामनाएं। आप सभी देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बने रहें। जय हिंद, जय उत्तराखंड।”