
सिलक्यारा टनल में भूस्खलन के कारण फँसे मजदूरों को निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू अभियान युद्वस्तर पर जारी था।
पाइप पुशिंग कर एस्केप टनल बनाने के लिए टनल में ऑगर ड्रिलिंग मशीन की स्थापना का कार्य पूरा करने के बाद मलबे के आर पार 900 एमएम व्यास के एमएस पाइप डालने की कार्रवाई जल्द शुरू होने की उम्मीद थी।
लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि ऑगर ड्रिलिंग मशीन में तकनीकी खराबी आने की वजह से रेस्क्यू कार्य में देरी हो रही है। कंट्रोल रूम से सम्पर्क कर जानकारी दी गयी की दूसरी मशीन मंगवाई जा रही है।
आखिर 72 घंटों से सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित रेस्क्यू करने में और कितना समय लगेगा कुछ स्पष्ट होता नहीं दिख रहा है।
आखिर सिलक्यारा टनल में रविवार सुबह घटित घटना हादसा है या लापरवाही ?