
केदारनाथ उप चुनाव के लिए हो रहा चुनाव प्रचार का शोरगुल आज थम गया। इस सीट पर बुधवार को मतदान होगा। इस उप चुनाव में भाजपा-कांग्रेस-निर्दलीय सहित छह प्रत्याशी मैदान में हैं। उप चुनाव में मतदान संपन्न कराने के लिए 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इन बूथों पर 90875 मतदाता मतदान करके अपने मतदाधिकार का प्रयोग करेंगे।
केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी शैलारानी रावत ने वर्ष 2022 में चुनाव जीता था। भाजपा विधायक का स्वास्थ्य खराब होने के कारण 9 जुलाई 2024 को उनका निधन हो गया था, और यह सीट खाली हो गई थी।
चुनाव आयोग ने इस सीट पर चुनाव कराने का निर्णय लिया और इस सीट पर अब 20 नवम्बर को मतदान होगा।
भारत निर्वाचन आयोग ने 15 अक्तूबर को उपचुनाव की अधिसूचना जारी की थी। 22 से 29 अक्तूबर तक नामांकन प्रकिया के तहत कांग्रेस-भाजपा, निर्दलीय सहित 6 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन किया था।
भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व विधायक आशा नौटियाल और कांग्रेस ने मनोज रावत को अपना प्रत्याशी बनाया तो वहीं पत्रकार त्रिभुवन चौहान ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दावेदारी कर राष्ट्रीय दलों को चुनौती देने के प्रयास में लगा है।
इस सीट पर तीनों प्रत्याशियों के अलावा उक्रांद से डॉ आशुतोष भंडारी सहित आरपी सिंह और प्रदीप रोहन रुढ़िया ने नामाकंन दाखिल किया हैं। इस चुनाव में अपनी-अपनी जीत सुनश्चित करने के लिए बीते 17 दिनों से सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। जो सोमवार की शाम 5 बजे प्रचार खत्म हो गया है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी धीरज कुमार ने बताया कि केदारनाथ विस उप चुनाव में कुल 90875 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान के लिए 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। विधानसभा के दूरस्थ गौंडार, रांसी, चिलौंड मतदान केंद्र केलिए सोमवार को ही पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी गई, जबकि अन्य शेष पार्टियां आज रवाना होंगी।
चुनाव प्रचार में खुब चला आरोप-प्रत्यारोप का दौर:
केदारनाथ सीट पर हो रहे उप चुनाव में प्रचार को लेकर भाजपा-कांग्रेस-निर्दलीय के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। इस चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं की गाड़ी में शराब तक पकड़ी गई। जिसकों लेकर रविवार की रात को जमकर हंगामा भी हुआ। भाजपा के नेता कांग्रेस पर ही गाड़ी में शराब रखने का अरोप लगा रहे है। केदारनाथ सीट का उपचुनाव भाजपा- काग्रेस के बीच प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान व उनके समर्थक भी पुरे जोश के साथ जुटै हैं। इस सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने तो डेरा डालने के साथ जमकर प्रचार भी किया, वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रचार में अपनी पूरी ताकत झौंक दी थी। कांग्रेस ने भी इस चुनाव को हल्के में नहीं लिया। कांग्रेस नेता पूर्व सीएम हरीश रावत से लेकर अन्य नेताओं और विधायकों ने ठंड के मौसम में प्रचार के लिए खूब पसीना बहाया है। इस चुनाव की मुख्य बागडोर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गौदियाल ने अपने हाथ में रखी है और वरिष्ठ नेताओं के साथ रणनीति बनाकर ही चुनाव प्रचार अभियान चलाया गया है। तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन के पक्ष में “उत्तराखंड बेरोजगार संगठन” अध्यक्ष बॉबी पंवार व उनकी टीम भी केदार घाटी चुनाव प्रचार पर पहुंची, केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवम्बर को मतदान होगा और 23 नवम्बर को वोटों की गिनती होगी।