चुनावराजनीतिलोकतंत्रसम्मान
Trending

अजब-गजब चुनाव: निर्दलीय प्रत्याशी के साथ जुड़ रही भीड़ देख लगता है, राष्ट्रीय दलों के खिलाफ जनता खुद चुनाव लड़ रही है।

जी हाँ उत्तराखंड राज्य के टिहरी संसदीय क्षेत्र से एक गरीब घर के 26 वर्षीय युवा को मिल रहा है जनता से हर प्रकार का समर्थन। निर्दलीय प्रत्याशी के साथ जुड़ रही भीड़ और जनता के सहयोग को देख लग रहा है कि दो बड़े राष्ट्रीय दलों के खिलाफ जनता खुद चुनाव लड़ रही है।

आपको बता दें की, राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में हुए आंदोलनों से उभरा यह युवा क्रांतिकारी निर्दलीय प्रत्याशी बॉबी पंवार के साथ जनता उत्सुक होकर। अपने संसाधनों को जुटाते हुए स्वयं का चुनाव समझकर प्रचार-प्रसार में साम-दाम-दंड-भेद के साथ चुनावी बिगुल फूंक चुकी हैं।

मजे की बात तो यह है की इस 26 वर्षीय युवा के समर्थन में टिहरी संसदीय क्षेत्र से ही नहीं, अपितु पूरे प्रदेश के अधिकाशं युवा, अभिभावक और मातृ-शक्ति प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से सहयोग कर रहे हैं।

आपको मालूम होगा कि उत्तराखंड राज्य में विगत वर्षों से राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ कुठाराघात किया जा रहा था। जिसमें उत्तराखंड राज्य के कुछ बड़े नेताओं के सहयोग से युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल कर अपने चहतों को सरकारी नौकरियों को बेचने का कारोबार खुब फल फुल रहा था।

अब राज्य के गरीब घरों के युवाओं ने सरकारी नौकरियों को पाने की उम्मीद छोड़ अपनी नसीब को कोश रहे थे।

तभी बेरोजगारी की मार झेल रहे राज्य युवाओं की उम्मीद व नकल माफियाओं का भांडाफोड़ करने, एक गरीब घर से पला, बेरोजगारी की मार झेल रहे युवक बॉबी पंवार ने पूरे भर्ती घोटालों को उजागर कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

लेकिन शुरुआत में राज्य सरकार इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से नहीं ले रही थी। तभी उत्तराखंड के गुस्साए बेरोजगार युवाओं द्वारा बॉबी पंवार की अध्यक्षता में “उत्तराखंड बेरोजगार संगठन” का गठन किया गया। जिसके बैनर तले उत्तराखंड के युवाओं ने भर्ती घोटालों की निष्पक्ष जांच की मांग की थी और युवाओं ने देहरादून की सड़कों में अपने अधिकारों के लिए लाठी-डंडे तो खाये लेकिन सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार ने बॉबी पंवार व इनके कुछ साथियों को जेल भेजनें तक का कार्य किया था, और अंत में मजबूरन नकल अध्यादेश पारित कर आज जनता के बीच खूब डुगडुगी बजा रहे हैं।

फिलहाल हम बात कर रहे थे टिहरी लोकसभा चुनाव की जहाँ जनता ने इस युवा की निष्ठा और त्याग को देख खुद चुनाव प्रचार-प्रसार कर दो बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों को टक्कर देकर इस चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना रखा है।

अब देखना यह होगा कि टिहरी लोकसभा की जनता राजशाही परिवार से इतर प्रजातंत्र को मतदान कर अपने बच्चों की उम्मीदों को चुनेगी या जनता के बीच से नदारद रहने वाली महारानी को?

 

Related Articles

One Comment

  1. Sahi keh rahe hai..rajsahi parivaar bahut dekh liya..janta k beech woh jaega jise jarurat hogi..madam ko toh bjp wale jabardasti lada rhe hai

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button