अनदेखी: जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद भी नहीं हो पायी ग्रामीणों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था
ग्रामीणों को करना पड़ रहा है, मुश्किलों का सामना
उत्तरकाशी जनपद के पुरोला में 22 जुलाई की आपदा से तलडा़ गांव को जोड़ने वाला पुल कमल नदी की बाढ़ की भेंट चढ़ गया था। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त घटना के बाद घटना-स्थल पर स्वयं जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला पहुँचे थे और ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए, उप-जिलाधिकारी को तत्काल “वैकल्पिक व्यवस्था” के आदेश दिये थे। लेकिन अभी तक किसी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी है।
जिस वजह से ग्रामीणों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे बच्चों को स्कूल जाने के लिए रोज नदी पार करने में भारी दिक्क़तों का सामना करना पड़ता है, अनेकों बार हमारे बच्चे नदी में फिसल गये हैं। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गांव के ग्रामीणों यशवीर नेगी, राहुल नेगी, अनिल रावत, सोनू कुमार, मुकेश कुमार, मानी राणा आदि ग्रामीणों का कहना है कि हम उक्त प्रकरण के बारे में उप-जिलाधिकारी पुरोला को अवगत कर चुके हैं। उनके द्वारा लोक निर्माण विभाग पुरोला को आदेशित किया गया था लेकिन अभी तक हमें किसी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी है।
अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग पुरोला बलराम मिश्रा का कहना है कि यह जिला पंचायत की परिसम्पति है इसकी देख-रेख की जिम्मेदारी जिला पंचायत की है। उक्त कार्य का आंगणन जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर विभाग द्वारा शासन को भेज दिया गया है।