मोरी: “क्षेत्र पंचायत बैठक” में प्रधान संगठन समेत तमाम प्रतिनिधियों ने क्षेत्र की समस्याओं/मुद्दों पर चर्चा शुरु की जिसमें मोरी विकासखंड के गांव-गांव में व्याप्त पेयजलापूर्ति की समस्या को लेकर दर्जनों गांव के प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र की अनेकों समस्याएं रखी, जिन्हे यथाशीघ्र दूर करने को जिलाधिकारी डा0 मेहरबान सिंह बिष्ट ने जल निगम व वन विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तत्काल उचित कार्रवाई करनें के निर्देश करते हुए पेयजल निगम को एक सप्ताह का कैम्प कर सभी खामियों को जल्द दुर करने के निर्देश दिये।
प्रमुख बचन पंवार की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित क्षेत्र पंचायत मोरी की बैठक में क्षेत्र की “जल जीवन मिशन” के तहत बनी 60 से 70 फीसदी योजनाओं के निमार्ण में भारी अनियमितता का मुद्दा छाया रहा।
बैठक में पेयजल, सड़क, सिंचाई, विधुत, वन, व स्वास्थ्य आदि के मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
पेयजल निगम पर चर्चा के दौरान वर्तमान में क्षेत्र में पेयजल की समस्या को लेकर ब्लॉक प्रमुख बचन पंवार व प्रतिनिधियों ने सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी “जल जीवन मिशन” निमार्ण की गुणवत्ता में बड़ा घपला बताया।
पेयजल समस्या को लेकर जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र के गांव-गांव की पेयजल समस्या का सबसे बड़ा कारण जल निगम द्वारा बगैर स्रोतों के पेयजल लाईन जैसे विभिन्न मुद्दे उठाये।
बैठक में मोरी विकासखंड के गांवों को जोड़ने वाली बदहाल सड़कों का मुद्दा भी खूब छाया रहा। जनप्रतिनिधियों ने सड़कों की बदहाल स्थिति से क्षेत्र के आम जनमानस व सेब बागवानों को हो रही भारी समस्याओं की बात रखी।
जिस पर डीएम डा0 मेहरबान सिंह बिष्ट ने प्रतिनिधियों को जल्द मोरी विकासखंड की मुख्य सड़कों को बेहतर बनाने की बात कही। साथ ही सभी विभागीय अधिकारियों को अपने कार्यों के प्रति सजगता से कार्य करने के निर्देश दिये।
बैठक में गोविन्द वन्य् जीव विहार व वन विभाग से जुड़ी समस्याएं जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रमुखता से रखी गयी, साथ ही बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी में महीनों से खराब एक्स-रे मशीन को लेकर जनप्रतिनिधियों द्वारा बताया गया जिसे लेकर पुरोला विधायक द्वारा धन का आभाव बताया गया और उक्त एक्स-रे मशीन को अपने स्तर से धन जुटाकर जल्द ठीक करने का आश्वासन दिया।
सिंचाई विभाग के कार्यों पर भी जनप्रतिनिधियों द्वारा सिंचाई नहरों को लेकर बड़ी नाराजगी दिखी। जिस पर विभाग द्वारा मुख्य कार्यालय पुरोला होना बड़ा कारण बताया गया। जिसे लेकर ब्लॉक प्रमुख बचन पंवार द्वारा “सिंचाई उपखण्ड कार्यालय” के लिए व्यवस्था उपलब्ध करवाने की बात कही गयी।
बैठक में कनिष्ट प्रमुख अशोक रावत, ज्येष्ट प्रमुख प्रदीप रांगड़,विधायक दुर्गेश्वर लाल,एसडीएम देवानंद शर्मा, जिला पंचायत सदस्य नानाई अरुण रावत, जिला पंचायत सदस्य आरकोट अनिता रावत, जिला पंचायत सदस्य दुणी मीनू रावत, परियोजना निदेशक डीआरडीए पुष्पेंद्र चौहान, बीडीओ शशिभूषण बिंजौला, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई पन्नी लाल शाह, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग बलराज मिश्रा, अधिशासी अभियन्ता PMGSY Y.K सिंह, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान विनोद पांडे, समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम मधुकान्त कोठियाल, आदि विभागीय अधिकारी व प्रतिनिधि मौजूद रहे।