टॉन्स वन प्रभाग पुरोला दफ्तर से लगभग 08 से 10 किलोमीटर की दूरी पर लगे गुंण्डियाटगांव बीट के कक्ष संख्या 08 के जंगल से 14 हरे कैल के पेड़ों के अवैध पातन का प्रकरण प्रकाश में आने पर “उप वन संरक्षक” डिपी बलूनी स्वयं ग्राउंड जीरो पर पहुंच कर हरे पेड़ों के ठूंडों को खोज कर, संदिग्ध गांवों में दो दिनों तक वन विभाग की टीम द्वारा सर्च अभियान चलाया गया।
जिसमें वन विभाग की टीम द्वारा दो दिनों की खोजबीन में 81 नग कैल के बरामद कर, आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर, उन्हे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
उक्त प्रकरण में “उप वन संरक्षक” डीपी बलूनी ने दो वन कर्मियों 01- वन दरोगा दर्पण गुसांई, 02 वन रक्षक यशवंत राणा को सस्पेंड कर, पूरे प्रकारण की जांच हेतु टीम गठित कर जल्द रिपोर्ट प्रेषित करने के आदेश जारी कर दिये हैं।
अवैध पातन में हुयी गिरफ्तारी:
01- रोशन पुत्र खंतू, निवासी ढीकाल गांव
02- सुनील पुत्र गबलम, निवासी ढीकाल गांव
03- राजकुमार पुत्र बच्चन, निवासी मांडिया
“टॉन्स वन प्रभाग” पुरोला के “उप वन संरक्षक” डीपी बलूनी का कहना है की क्षेत्र वासियों के लिए जीवनदायिनी कमल गंगा नदी के जल का स्त्रोत इन्ही वनों से जुड़ा है। यदि इनका पातन इस प्रकार होता रहा तो आने वाले भविष्य में कमल नदी का जलस्त्तर कम होता जायेगा, जिससे स्थानीय कास्तकारों की आजीविका प्रभावित होगी। उक्त प्रकरण में दो वन कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और अवैध पातन की घटनाओं की गहनता से जांच की जायेगी। संलिप्त लोगों व वन कर्मियों को किसी भी हाल में बक्सा नहीं जाएगा।