
“अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस” के उपलक्ष्य में दिनांक 08 मार्च 2025 को राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट उत्तरकाशी में चार दिवसीय कार्यक्रम के समापन के अवसर पर भव्य आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ प्रभारी प्राचार्य डॉ अन्जू भट्ट, मुख्य अतिथि महिला मंगल दल डख्याट गांव ममता जयाडा़, शशिबाला जयाड़ा, रमनबाला जयाडा़ एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संजय भट्ट ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम के शुरुआत में राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी संगीता रावत ने स्वस्थ रहने की विधियों का उल्लेख करते हुए कहा कि हर रोज आधा घंटा स्वयं के स्वास्थ्य लाभ हेतु कसरत के लिए ज़रूरी है। एन० एस०एस० प्रभारी दया प्रसाद गैरोला (Dayaprasad Gairola) ने स्त्री विमर्श के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। एन०सी०सी० के ए०एन०ओ० विनय शर्मा ने बदलते परिपेक्ष में राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का केन्द्र बिन्दु रहे संजय भट्ट ने विद्यार्थियों के सहयोग से अनेक प्रयोगों के माध्यम से यह बताने की कोशिश की, कि समाज में व्यक्ति दूसरे की भावनाओं को महसूस किये बगैर वास्तविक सामाजिक स्थिति का आंकलन नहीं कर सकता है। उन्होंने विभिन्न सामाजिक संरचना को प्रयोगों के माध्यम से विद्यार्थियों के मनस पटल पर उकेरने की कोशिश की जिसके फलस्वरूप विद्यार्थियों ने समाज में व्याप्त अनेक असमानताओं का जिक्र किया।
उन्होंने महिलाओं की भूमिका को लेकर भी अपना ओजस्वी व्याख्यान दिया। तत्पश्चात एनसीसी कैडेट्स द्वारा महिलाओं की भूमिकाओं पर आधारित एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया गया। उद्बोधन से प्रेरित होकर बीए चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा पायल ने नृत्य और रितिका ने गाना गाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं डख्याट गांव की महिला मंगल दल प्रमुख ममता जयाडा़ ने छात्राओं को सार्वजनिक कार्यक्रमों में प्रमुखता से प्रतिभाग कर खुद को प्रमाणित करने पर बल दिया। कार्यक्रम को बढ़ाते हुए डॉ० अन्जू भट्ट संयोजक आइक्यूएसी एवं महिला प्रकोष्ठ ने स्वरचित कविता के माध्यम से लैंगिक भूमिकाओं के पारास्परिक बदलाव पर अपना प्रभावशाली व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ रश्मि उनियाल ने चार दिवसीय कार्यक्रम की आख्या प्रस्तुत की एवं भविष्य में ऐसे कार्यक्रम में अधिकाधिक छात्राओं एवं क्षेत्रीय समुदाय के प्रतिभाग की सुनिश्चित करने की कोशिश पर बल दिया। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ पूजा ने किया।इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे ।