गंगोत्री-गौमुख ट्रैक मार्ग पर चीड़वासा के पास नाले में पानी बढ़ने से उक्त स्थान पर निर्मित अस्थायी लकड़ी की पुलिया क्षतिग्रस्त होने से 2 कांवड़ यात्रियों के बहने की सूचना है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक से इस घटना के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए नाले में बहे लोगों की खोजबीन के सर्च एवं रेस्क्यू अभियान संचालित करने के साथ ही गोमुख क्षेत्र में रूके यात्रियों की सुरक्षित निकासी कराने और नाले में तुरंत वैकल्पिक पुलिया बनाए जाने के निर्देश दिए हैं।
वन विभाग के द्वारा दी गई सूचना के अनुसार आज अपराह्न लगभग 3ः00 बजे गंगोत्री-गौमुख ट्रैक मार्ग पर गंगोत्री से 09 किमी आगे स्थान चीड़वासा के पास हिमखण्ड पिघलने के कारण चीड़वासा नाले में पानी बढ़ने से उक्त स्थान पर निर्मित अस्थायी लकड़ी की पुलिया क्षतिग्रस्त होने से 2 कांवड़ यात्रियों के बहने की सूचना है। उक्त क्षेत्र में गौमुख की तरफ भोजवासा के पास 35 यात्री जीएमवीएन के विश्राम गृह तथा आश्रम में सुरक्षित रूके है। वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है तथा उक्त की खोज-बीन एवं पुलिया के मरम्मत के सम्बन्ध में पुलिस, वन विभाग एवं एसडीआरएफ द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नाले में बहे दोनों व्यक्तियों के नाम सूरज एवं मोनू हैं जो दिल्ली के निवासी बताए गए हैं ।
गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी गंगोत्री ने सूचित किया है कि चीडबासा नाले के उद्गम स्थल पर आज हिमखण्ड टूटने व वर्षा के कारण चीडबासा नाले पर बनी अस्थाई पुलिया बह गई थी। इस पुलिया बहने के बाद नाले को पार करते समय दो यात्री मोनू पुत्र श्री किशोरी लाल, साउथ वेस्ट दिल्ली उम्र 31 वर्ष तथा सूरज पुत्र महावीर साउथ वेस्ट दिल्ली उम्र 23 वर्ष बह गए। जबकि उनका तीसरा साथी विकास पुत्र सुरेश उम्र 21 वर्ष सुरक्षित है, जो अभी गंगोत्री में है। विकास ने ही उक्त घटना की जानकारी पार्क के कनखू बैरियर पर दी थी। उसके द्वारा यह बताया गया कि पुलिया बहने के बाद वे नाले को पार कर रहे थे। जिस कारण नाले को पार करते समय यह घटना घटित हो गयी।
रेंज अधिकारी ने सूचित किया है कि चीडवासा व भोजवासा में आज कुल लगभग 36 यात्री हैं। जो कि सकुशल है। चीडवासा नाले में सर्च व रेसक्यू का कार्य गतिमान है।