
उत्तरकाशी जनपद के पुरोला विकासखंड स्थित पोरा गांव में 10 अप्रैल को सुबह लगभग 10 से 10:30 बजे के बीच करंट लगने से चमन लाल के खच्चर की मौत हो गई, जबकि चिंतामणी की भैंस झुलस गई।
घटना का विवरण
ग्रामीणों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब चमन लाल का खच्चर और चिंतामणी की भैंस गांव के एक खुले क्षेत्र में थे। अचानक वहां मौजूद विद्युत ट्रांसफर के संपर्क में आने से खच्चर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पास खड़ी भैंस गंभीर रूप से झुलस गई। घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
प्रशासन और पशु चिकित्सक की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पशु चिकित्सक और राजस्व उप निरीक्षक मौके पर पहुंचे। पशु चिकित्सक ने झुलसी हुई भैंस का प्राथमिक उपचार किया। वहीं, राजस्व उप निरीक्षक ने घटना स्थल का मुआयना कर नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
विद्युत विभाग की लापरवाही पर नाराजगी
इस घटना की सूचना ग्रामीणों द्वारा विद्युत विभाग को भी दी गई, लेकिन काफी समय बीत जाने के बावजूद विभाग का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। इससे ग्रामीणों में काफी नाराजगी है।
जिला पंचायत प्रशासक का आश्वासन
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पंचायत प्रशासक उत्तरकाशी, दीपक बिजल्वाण ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस घटना को गंभीरता से ले रहा है और प्रभावित परिवार को उचित सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, उन्होंने विद्युत विभाग को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने और आवश्यक सुधार कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
यह घटना विद्युत विभाग की लापरवाही और प्रशासनिक सुस्ती को उजागर करती है। यदि समय रहते विद्युत तंत्र की मरम्मत और जांच की जाती, तो इस हादसे को टाला जा सकता था। ग्रामीणों को अब प्रशासन से उचित कार्रवाई की उम्मीद है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।