
12 दिन के लंबे इंतजार के बाद राज्य सरकार, केंद्र सरकार, सहित विभिन्न एजेंसियों, तकनीकी विशेषज्ञों सेना, ITBP, NDRF, SDRF, BRO, पुलिस, रेलवे, प्रशासन आदि सभी के प्रयासों के परिणाम से जल्द ही 41 श्रमिकों को सफलता पूर्वक निकाल लिया जायेगा।
क्षेत्रीय देवता बाबा बौखनाग कि पूजा भी पूरे विधि-विधान के साथ की गयी है, जहां मुख्यमंत्री धामी ही नहीं बल्कि दुनियाभर में भूमिगत सुरंगों के निर्माण और जोखिम से निपटने की काबलियत रखने वाले अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ प्रो अर्नोल्ड डिक्स ने भी कार्य प्रारंभ करने से पूर्व बाबा बौखनाग को पूर्ण श्रद्धा से घुटनों पर बैठ, सर झुका के नमन किया था।
एम्बुलेंस फिलहाल सुरंग के बाहर इंतजार कर रही हैं और दिल्ली से सात विशेषज्ञों की एक टीम ऑपरेशन में तेजी लाने में मदद के लिए साइट पर पहुंंची है। प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने गुरुवार को बताया कि बुधवार रात बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाली स्टील संरचनाओं को अब साफ कर दिया गया है और वेल्डिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है।
फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने के लिए बचाव दल को अब 12 मीटर और ड्रिलिंग करनी होगी। हालाँकि, अमेरिकी ऑगर ड्रिलिंग मशीन ने अभी तक काम करना शुरू नहीं किया है।