“रवांई पत्रकार संगठन” की बैठक में पर्यटन, शिक्षा व बढ़ते नशे की रोकथाम सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुधार की मांग
बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि पुलिस, प्रशासन ने शीघ्र क्षेत्र में बढ़ते स्मैक के कारोबार पर रोक na लगाई तो पत्रकारों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
नवरात्रि के शुभारम्भ के शुभ अवसर पर “रवांई पत्रकार संगठन” की बैठक, माँ यमुना किनारे बसे खूबसूरत नगर बड़कोट में हुयी। इस शुभ अवसर पर द्वीप प्रज्वलित कर माँ दुर्गा की पुजा/स्मरण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। जिसमें रवांई घाटी में पत्रकारिता के क्षेत्र में उभरते हुए युवा पत्रकारों का उत्साहवर्धन करने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु सरताल, पुष्टिहारा, मानिर आदि बुग्याल क्षेत्रों को पर्यटन के मानचित्र पर अंकित करने एवं यहां ढांचागत सुविधाएं मुहैया कराने की मांग मुख्यमन्त्री से की गयी।
रवांई पत्रकार संगठन के अध्यक्ष रोहित बिजल्वाण की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रवांई घाटी में पर्यटन की अपार संभावनाएं है लेकिन इनका प्रचार,प्रसार एवं यहां ढांचागत सुविधाएं न होने के कारण कई पर्यटक स्थल आज भी टूरिज्म से अछूते है। उन्होंने प्रशासन से इन पर्यटन स्थलों की विस्तृत कार्य योजना तैयार करने की मांग की है जिससे पर्यटन सरकार के लिए राजस्व का बहुत बड़ा जरिया तो बनेगा ही साथ ही स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगीं।
वक्ताओं ने कहा कि चारधाम के प्रथम धाम यमुनोत्री तथा ट्रैक रूट हरकीदून, केदारकांठा, चांगशील, देवक्यारा, भराड़सर, सरताल, पुष्टिहारा, मानिर, माला बुग्याल, गुलाबी कांठा, सप्तऋषि कुंड, जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रवांई घाटी में है लेकिन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में पर्यटन को गति नहीं मिल पा रही है। प्रति वर्ष यहाँ हजारों की संख्या में विदेशी तथा स्वदेशी पर्यटक आते हैं लेकिन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने पर्यटन स्थलों को विकसित करने तथा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन मार्गों पर दूरसंचार सुविधा मुहैया कराने, पर्यटन मार्गो पर पेयजल तथा शौचालय की उचित व्यवस्था करने, मोटर मार्ग/ट्रेक रूट दुरूस्त करने की मांग शासन, प्रशासन से की है।
बैठक में “राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय” बड़कोट का उच्चीकरण कर पीजी करने तथा यहां नगर क्षेत्र बड़कोट से बस सेवा संचालित करने की मांग भी की गई है।
बैठक में पत्रकारों ने सर्वसमिति से यमुना घाटी में बढ़ते नशे के प्रचलन को रोकने के लिए आपसी सहमति जताई है। ताकि नव युवकों को नशे के दलदल में जाने से बचाया जा सके। बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि पुलिस, प्रशासन ने शीघ्र क्षेत्र में बढ़ते स्मैक के कारोबार पर रोक नहीं लगाई तो पत्रकारों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इसके लिए तहसील कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में बतौर मुख्य अतिथि समाजसेवी विनोद डोभाल “कुतरू” ने सभी पत्रकारों का अभिनंदन करते हुए कहा कि पत्रकारों को सत्य के मार्ग पर चलते हुए समाजिक बुराइयों को उजागर करना चाहिए। उन्होेंने कहा कि पत्रकारिता जब सत्यता के साथ खड़ी होती है तो दुनिया की कोई ताकत उसे हरा नहीं सकती है।
बैठक में संगठन के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन पोखरियाल, पूर्व प्रधानाचार्य जयवीर सिंह रावत, आचार्य लोकेश बडोनी (मधुर), समाजसेवी सोहन प्रसाद गैरोला, मुख्य अतिथि विनोद डोभाल (कुतरु) विशिष्ट अतिथि आदर्श शिक्षक पृथ्वी सिंह रावत, अध्यक्ष रोहित बिजल्वाण, महासचिव प्रताप सिंह रावत, कोषाध्यक्ष गजेंद्र सिंह चौहान, उपाध्यक्ष दीपेंद्र कलूडा, संगठन मंत्री कैलाश रावत, मीडिया प्रभारी दीपक रावत, सह सचिव जय प्रकाश, सदस्य संजय हराण, जयदेव रावत, निरीश नौटियाल, रमित रावत आदि मौजूद थे।